Singrauli News : मोरवा विस्थापन क्षेत्र में सरकारी भूमि, वन भूमि ,एग्रीमेंट भूमि पर वर्षों से घर बनाकर रहने वाले विस्थापित अपने हक़ की लड़ाई के लिए हुए सक्रिय
सरकारी भूमि पर निवासरत सैकड़ों लोगों ने उचित मुआवज़ा नहीं मिलने को लेकर NCL की नीति के खिलाफ NCL मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन कर अपने अपने मांग पत्र सौंप कर विरोध जताया है बता दें कि एनसीएल के जयंत एवं दुधीचुआ परियोजना के विस्तार को लेकर चल रहे भू अर्जन की प्रक्रिया में बीते दिन एनसीएल द्वारा जारी बुकलेट में शासकीय भूमि पर बसे लोगों को उपेक्षित करने पर एनसीएल की भेदभाव नीति के विरोध में 17 मार्च सोमवार को सैकड़ों विस्थापित एनसीएल मुख्यालय पहुंचकर मांग पत्र सोपा है यह आज कोई पहला दिन नहीं है सरकारी भूमि, एग्रीमेंट भूमि,वन भूमि पर मकान बनाकर रह रहे लोगों ने करीब 15 दिन से लगातार एनसीएल मुख्यालय पहुंचकर मांग पत्र सौंपते नजर आ रहे हैं.
एनसीएल के विस्थापन नीति से असंतुष्ट विस्थापितों में बड़ी संख्या में महिलाएं, एवं पुरुष एनसीएल मुख्यालय पहुंच अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं विस्थापितों द्वारा बताया गया कि शासकीय भूमि/वन भूमि/ एग्रीमेंट की भूमि पर घर बनाकर निवसरत परियोजना प्रभावित परिवारो को भी उचित प्रतिकर विस्थापन पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन लाभ दिलाए जाने व प्रमाणित बुकलेट के माध्य से इसकी जानकारी साझा किए जाने की मांग की गई है। अभी जारी बुकलेट में शासकीय भूमि, वन भूमि, अनुबंध की भूमि पर बिना किसी धारणाधिकार के घर बनाकर निवासरत परियोजना प्रभावित परिवारो को समावेशित नही गया है।
जबकि परियोजना प्रभावित परिवार पिछले कई वर्षो से शासकीय भूमि,वन भूमि, एग्रीमेंट भूमि पर मकान बनाकर रह रहे हैं विस्थापितों द्वारा बताया गया कि जयंत एवं दुधीचुआ परियोजनाओं के विस्तार में हमारे आवसी भवनो का भी अधिग्रहण हो रहा किंतु इस बुकलेट में ऐसे कुटफम्बो को मिलने वाले प्रतिकर विस्थापन पुनर्वास एवं पुर्व्यस्थापन लाभ को समावेश नही किया गया है। आरएण्डआर पालिसी 2012 मध्य प्रदेश आदर्श पुनर्वास नीति 2002 एवं तमाम राज्यों की पुनर्वास नीतियों में विस्थापित कुटुम्ब की परिभाषमें ऐसे कुटुंबो को समाहित किया गया है व उनको मिलने वाले प्रतिकर तथा पुनर्वास एवं पुनर्व्यस्थापन लाभो का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से राजेश गुप्ता, रंजीत शर्मा ,बंटी सिन्हा, करुणा विश्वकर्मा, उषा साह, सुशीला सिंह शिवानी आदि उपस्थित रहे।