Singrauli News : नगर परिषद सरई क्षेत्र में गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप लगाये जाते रहे हैं। फिर भी परिषद अध्यक्ष से लेकर वार्ड पार्षद तक गुणवत्ता विहीन कार्यो पर उंगली उठाने से परहेज करते हैं।
संविदाकार के द्वारा निर्धारित प्राक्कलन के अनुसार कार्य कराया जा रहा है कि नही इसकी सतत् मॉनिटिरिंग हो रही है कि नही इसका सही जवाब भी परिषद के अधिकारियों के द्वारा नही दी जाती। मामला वार्ड क्रमांक 15 के दहजुड़ बस्ती पीसीसी सड़क का है। जहां कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड भी नही है। नगर परिषद सरई के वार्ड क्रमांक 15 के दहजुड़ बस्ती में लाखों रूपये की लागत से पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। किन्तु यहां के कई रहवासियों का आरोप है कि निर्धारित प्राक्कलन के अनुसार सड़क का निर्माण कार्य नही कराया जा रहा है। इतना ही नही कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड भी नही लगा है। पीसीसी सड़क कार्य की लागत कितनी है। किस मद, कौन ठेकेदार संविदाकार कार्य करा रहा है, कार्य आरंभ से लेकर पूर्ण करने की अवधि कितनी तय की गई है, सड़क की लम्बाई कितनी है। इन सब बातों का सूचना पटल में जिक्र होना चाहिए। ताकि आम जनता को पता हो। परंतु परिषद क्षेत्र में सब कुछ बाते गौण हो जा रही हैं। इसके पीछे एक नही अनेक कारण गिनाये जा रहे हैं। आरोप यहां तक लगाया जा रहा है कि नगर परिषद अध्यक्ष से लेकर पार्षद तक ऐसे मुद्दों को उठाने से परहेज करते हैं और इनकी चुप्पी जग-जाहिर है। वार्डवासियों ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।
सही जवाब देने से कतराते हैं अधिकारी
इस मामले में स्थानीय लोगों ने शिकायत करते हुए कहा कि सड़क निर्माण से पहले 40 एमएम गिट्टी से पहले लेयर बेस के रूप में बनाना अनिवार्य होता है। लेकिन गिट्टी की गुणवत्ता और साइज को लेकर किसी प्रकार की रोकटोक नहीं की गई है। मनमानी तौर पर कार्य कराये जा रहे हैं। नगर परिषद क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य हो या फिर अन्य कार्य ठेकेदार के द्वारा कार्य का विवरण बोर्ड नहीं लगाया जाता है, ताकि किसी को निर्माण की वस्तुस्थिति अथवा लागत की सही जानकारी नहीं होने पाए। पूछने पर ठेकेदार हो या फिर परिषद के जिम्मेदार अनभिज्ञता जाहिर करते हैं। वही यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि परिषद क्षेत्र में एक ही ठेकेदार पर इतनी मेहरवानी क्यों की जा रही है। इसके पीछे सच्चाई क्या है? इसे अधिकारी ही बता पाएंगे।
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