Dala Vaishno Mandir Sonbhadra: भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं डाला की वैष्णो देवी, जानें मंदिर बनने का रहस्य

Dala Vaishno Mandir Sonbhadra: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित डाला मंदिर काफी ज्यादा प्रसिद्ध मानी जाती है डाला मंदिर में स्थापित मां वैष्णो देवी सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। सोनभद्र के चोपन में वैष्णो माता की एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है और मंदिर बनाए जाने पीछे एक अलग ही रहस्य एवं वजह छुपा हुआ है, यदि आप भी डाला वैष्णो मंदिर के बारे में कुछ रहस्यमई बातें जानना चाहते हैं तो बन रहे इस आर्टिकल के अंत तक, आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि डाला वैष्णो मंदिर कब बना और यहां पर सिर्फ वैष्णो माता की मंदिर ही क्यों बनाई गई?

डाला वैष्णो मंदिर के बारे में 

Dala Vaishno Mandir Sonbhadra
Dala Vaishno Mandir Sonbhadra

जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में वैष्णो माता की एक विशाल मंदिर बनाई गई है जहां सिर्फ उत्तर प्रदेश वासी ही नहीं बल्कि देश के कई कोनों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और मां वैष्णो देवी के सामने अपनी मनोकामनाएं रखते हुए उनसे प्रार्थना करते हैं और मां वैष्णो देवी भक्तों की सभी मानव कामनाएं पल भर में पूर्ण कर देती है। आप लोगों को बता दें कि माता श्री वैष्णो देवी शक्तिपीठ मंदिर इस क्षेत्र में आस्था भक्ति और भक्ति पूर्ण पर्यटन के लिए एक प्रमुख केंद्र बन चुका है यह मंदिर सोनभद्र जिले में स्थित है जो ओबरा से लगभग 8 किलोमीटर पूरब की ओर एवं चोपन से लगभग 5 किलोमीटर दक्षिण की तरफ बनाया गया है।

डाला वैष्णो मंदिर का रहस्य

Dala Vaishno Mandir Sonbhadra
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वैसे तो आप सोनभद्र जिले में स्थित डाला मंदिर में मां वैष्णो देवी के दर्शन करने तो गए ही होंगे लेकिन क्या आपने यह कभी सोचा है कि दल में केवल माता वैष्णो देवी की मंदिर ही क्यों बनी अगर नहीं तो चलिए आज के इस लेख में हम जानते हैं इस डाला वैष्णो मंदिर के निर्माण के पीछे की रहस्यमयी बातें

Dala Vaishno Mandir Sonbhadra
Dala Vaishno Mandir Sonbhadra

सन 2001 की बात है जब उत्तर प्रदेश के चोपन निवासी मदन लाल गर्ग अपने परिवार के साथ कार से डाला कर्सर प्लांट जा रहे थे तब उनका अचानक भयंकर एक्सीडेंट हो गया और उनकी कार पलट गई तब उसे कार के आसपास भारी भीड़ इकट्ठा हो गई उसे वक्त सभी लोगों को लगा कि मदनलाल और उसके परिवार अब जीवित नहीं बचे होंगे लेकिन जैसे ही लोग उनकी मदद करने के लिए पहुंचे और कार की खिड़की खोलते हैं वैसे ही देखते हैं कि मदनलाल और उनके परिवार एकदम सुरक्षित और ठीक-ठाक रहते हैं। और ऐसा कहा जाता है कि जैसे ही मदनलाल गर्ग कार से बाहर निकलते हैं वैसे ही उनके मुंह से जय माता वैष्णो देवी निकलता है तभी से लोगों ने ठान लिया कि जहां पर मदनलाल का एक्सीडेंट हुआ था वहां पर वैष्णो माता की एक विशाल मंदिर का निर्माण करवाना चाहिए तभी 3 दिन के अंदर कटरा वैष्णो देवी धाम से अखंड ज्योति लाई जाती है और डाला वैष्णो धाम का निर्माण करवाया गया।

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