Singrauli News : दिन गुरुवार की दोपहर करीब 3 बजकर करीब 7 मिनट पर भूकंप के झटके से सिंगरौली अंचल की धरती हिलने लगी। भूकंप की तीव्रता 3.5 रही है। हालांकि इसमें किसी प्रकार की जान-माल की हानि नही हुई है। डेढ़ महीने के दौरान जिले में यह दूसरा भूकंप का झटका है।
जानकारी के अनुसार आज दिन गुरुवार को हल्के दर्जे का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र सिंगरौली क्षेत्र था। गनीमत रही कि इसकी तीव्रता काफी कम थी। जिसकी वजह से कही जान-माल के नुकसान की आशंका नही है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 थी।
गुरुवार को 3 बजकर 7 मिनट पर भूकंप का यह झटका महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर नीचे था। सिंगरौली और आसपास के जिलों जिसमें सीधी के साथ-साथ पड़ोसी राज्य सोनभद्र एवं मिर्जापुर-छत्तीसगढ़ प्रांत के जिले में काफी लोगों ने भूकंप के झटके को महसूस किया, तो कुछ को धरती की कंपन का एहसास नही हुआ। जिन लोगों को भूकंप महसूस हुआ वे तुरंत घरों से बाहर निकल आए। लोग एक दूसरे से भूकंप की चर्चा करने लगे।
वही इस मामले में जिला प्रशासन बेखबर रहा है। प्रशासन को कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नही मिली है। रिक्टर स्केल पर 3.7 तीव्रता वाले भूकंपों को हल्के दर्जे में गिना जाता है। इतनी तीव्रता के भूकंप में नुकसान की आशंका ना के बराबर होती है। हालांकि हल्का से हल्का भूकंप भी लोगों को डरा जरूर देता है। यहां बताते चले कि करीब 38 दिन पूर्व यानी 17 फरवरी की सुबह 8 बजकर करीब 2 मिनट पर सिंगरौली अंचल के पूर्वोत्तर क्षेत्र में भूकंप का झटका आया था। उसकी तीव्रता 4.00 रिक्टर स्केल गहराई 261 किलोमीटर थी। उसी दौरान किसी प्रकार की जान-माल की हानि नही हुई थी, लेकिन जिले में आए दिन भूकंप के झटके से लोग दहशत में आ रहे हैं।
बैढ़न वासी भूकंप को माना हैवी ब्लास्टिंग
दरअसल जिला मुख्यालय बैढ़न के समीप एनसीएल परियोजना अमलोरी, निगाही, जयंत, झिंगुरदह, दुद्धिचुआ एवं पड़ोसी राज्य यूपी के खड़िया-ककरी-बीना में रोजाना आउटसोर्स कंपनियों के द्वारा हैवी ब्लास्टिंग की जाती है। जिसके चलते यहां के रहवासी मानते है कि दोपहर 1 बजे से अपराह 3 बजे तक यदि धरती हिलती है तो उसे हैवी ब्लास्टिंग मान लेते हैं और आज भी इसी तरह की घटना घटित हुई ,लेकिन बाद में लोगों को महसूस हुआ कि हैवी ब्लास्टिंग नही थी। बल्कि भूकंप का झटका था। जिसके चलते सिंगरौली अंचल की धरती और उसके पड़ोसी राज्यों में हिलने लगी। फिलहाल जिले में भूकंप के महसूस किए जा रहे झटके से लोग बाग अब इस अंचल को खतरे से खाली नही मान रहे हैं।